*सरकार की बेरुखी पर जताई नाराजगी, मांगें नहीं मानी गईं तो विधानसभा चुनाव में देंगे ,वोट की चोट*
जगदूत न्यूज खगड़िया बिहार ब्यूरो चीफ प्रभु जी खगड़िया पटना राजधानी पटना स्थित गर्दनीबाग धरना स्थल पर गुरूवार को एक बार फिर जनआंदोलनों का केंद्र बना, जहां बिहार राज्य ग्रामीण आवास कर्मियों ने अपनी 16 सूत्री मांगों को लेकर एक विशाल राज्यस्तरीय धरना प्रदर्शन किया। यह आंदोलन राज्य सगासा संघर्ष समन्वय समिति,बिहार के बैनर तले आयोजित हुआ, जिसमें राज्य के कोने-कोने से हजारों की संख्या में आवास सहायक, लेखा सहायक एवं पर्यवेक्षक शामिल हुए। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता सगासा संघर्ष समन्वय समिति बिहार के प्रदेश अध्यक्ष शशि शेखर कुमार यादव एवं उपाध्यक्ष जितेन्द्र वर्मा ने संयुक्त रूप से की, जबकि मंच संचालन की जिम्मेदारी राज्य ग्रामीण आवास कर्मी संघ सगासा बिहार के प्रदेश अध्यक्ष सह संस्थापक दिलीप कुमार शर्राफ तथा प्रदेश प्रवक्ता आचार्य राकेश पासवान शास्त्री ने निभाई।
*प्रमुख मांगें*
प्रदर्शनकारी कर्मियों की 16 सूत्री मांगों में प्रमुख रूप से सेवा स्थायीकरण, समान काम के लिए समान वेतन, सरकारी सेवक का दर्जा, मानदेय में पुनरीक्षण /संशोधन, मृतक आवास कर्मियों के आश्रितों को अनुकंपा पर नौकरी, और कर्मचारी स्वास्थ्य एवं स्वास्थ्य बीमा की व्यवस्था शामिल हैं। कर्मियों ने चेतावनी दी कि जब तक सरकार इन मांगों को स्वीकार नहीं करती, उनका आंदोलन जारी रहेगा।
*आंदोलन को मिल रहा राज्यव्यापी समर्थन:*
धरना स्थल पर मौजूद जनसमूह ने जमकर नारेबाजी की और सरकार की चुप्पी पर रोष प्रकट किया। हजारों की संख्या में जुटे कर्मियों ने एकजुटता का परिचय देते हुए कहा कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो वे आगामी विधानसभा चुनाव 2025 में सरकार के खिलाफ “वोट की चोट” देने को विवश होंगे।
*नेताओं के तीखे तेवर:*
सगासा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप कुमार शर्राफ ने स्पष्ट कहा कि
सरकार हमारी मांगों को शीघ्र पूरा करे, नहीं तो हम अपनी नाराजगी चुनावी मंच से प्रकट करेंगे। सभा को संबोधित करते हुए समिति के प्रदेश अध्यक्ष शशि शेखर यादव ने कर्मियों की पीड़ा और सरकार की उदासीनता पर चिंता जताई।
प्रदेश प्रवक्ता आचार्य राकेश पासवान शास्त्री, प्रदेश महासचिव राकेश कुमार, प्रदेश संयोजक इजहारूल हक, कोषाध्यक्ष खुर्शीद आलम, मीडिया प्रभारी साहिल उमर, सचिव विकास चंद्र यादव, और उपाध्यक्ष जितेन्द्र वर्मा ने एक सुर में सरकार से अपील की कि वह संविदा कर्मियों की मांगों को गंभीरता से ले और संवेदनशील रवैया अपनाए।
*निर्णायक लड़ाई का ऐलान:*
सभा के दौरान राज्य ग्रामीण आवास कर्मी सेवा संघ के प्रदेश अध्यक्ष धर्मेंद्र यादव, पर्यवेक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अभिषेक कुमार, लेखा सहायक संघ के प्रदेश अध्यक्ष आलोक कुमार एवं राणा रणधीर कुमार ने यह संकल्प दोहराया कि बेवजह की बर्खास्तगी पर रोक, मानदेय में तत्काल वृद्धि और सेवा की स्थायीत्वता के लिए यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा । जब तक सरकार कोई ठोस निर्णय नहीं लेती।सभा का समापन धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ जिसे प्रदेश प्रवक्ता आचार्य राकेश पासवान शास्त्री ने प्रस्तुत किया।इस प्रकार यह प्रदर्शन राज्य के संविदा कर्मियों की आवाज को बुलंद करने का प्रतीक बन गया है, जो अब अपने अधिकारों के लिए निर्णायक लड़ाई के मूड में दिख रहे हैं। अब देखना यह है कि सरकार इस जनाक्रोश को कितनी गंभीरता से लेती है।इस अवसर पर आवास कर्मियों में मधुसूदन कुमार, सुरेंद्र कुमार, नवनीत, आकाश कुमार, रूबी कुमारी अकेली, आशुतोष कौशिक, राकेश यादव, राजकिशोर यादव, हिमांशु, रणजीत सहित हजारों की संख्या में राज्य भर के आवास कर्मियों ने बड़े उत्साह और एकजुटता के साथ मौजूद रहे।