पटना. बिहार विधानसभा में नेता विपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) के परशुराम जयंती समारोह में शामिल होने और वहां भूमिहार और ब्राह्मण समाज पर दिए गए बयान को लेकर सियासत गर्मा गई है. नीतीश सरकार में कला एवं संस्कृति मंत्री आलोक रंजन झा (Alok Ranjan Jha) ने तेजस्वी यादव पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि वो सत्ता के लिए छटपटा रहे हैं. पहले उनके पिता लालू यादव (Lalu Yadav) भूरा बाल साफ करो की बात करते थे, लेकिन अब तेजस्वी यादव भूरा बाल माफ करो की बात कर रहे हैं. आलोक रंजन झा ने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के 15 साल के शासन में सवर्ण लोगों ने अपना टाइटल (सरनेम) लगाना छोड़ दिया था. लोग डरते थे, मगर आज वो माफी मांग रहे हैं.
कला एवं संस्कृति मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब गरीब सवर्णों के लिए 10 प्रतिशत आरक्षण का बिल लेकर आए थे तो तेजस्वी यादव ने अपनी पार्टी को संसद मे विरोध करने को कहा था. पहले विरोध करते हैं, और आज माफी मांग रहे हैं. जनता सब जानती है.
तेजस्वी के परशुराम जयंती में पहुचने पर छिड़ी सियासत
दरअसल मंगलवार को परशुराम जयंती के अवसर पर पटना के बापू सभागार में आयोजित कार्यक्रम में तेजस्वी यादव शरीक हुए थे. तेजस्वी ने भूमिहार और ब्राह्मण समाज को आरजेडी के साथ जुड़ने को लेकर कई बाते कहीं थी. उन्होंने कहा था कि आरजेडी हर जाति के लोगों का सम्मान करती है. आरजेडी ने बिहार विधान परिषद चुनाव में भूमिहार और ब्राह्मण समाज के पांच लोगों को टिकट दिया था जिसमें से तीन पर जीत हुई थी.
नेता विपक्ष ने समाज के लोगों को संबोधित करते हुए कहा था कि अगर सभी (भूमिहार-ब्राह्मण) एक साथ जुड़ गए, और आपने मौका दिया तो लोगों के लिए काम करने से पीछे नही हटेंगे. बिहार में सबसे पहला काम बेरोजगार लोगों को सरकारी नौकरी देना है.
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Tags: Bihar News in hindi, Bihar politics, Nitish Government, Tejashwi Yadav
FIRST PUBLISHED : May 04, 2022, 19:26 IST