*सम्पूर्ण ब्रह्मांड एक लय में योगमय है, कवि संदीप कपूर वक़्तनाम*
*अंतर्राष्ट्रीय सदभावना मंच पर सांस्कृतिक-आध्यात्मिक कार्यक्रम..सेमिनार-कवि सम्मेलन-सम्मान समारोह*
“अमृत योग रत्न-2025” से कलाकार-साहित्यकार-पत्रकार और समाजसेवी हुए सम्मानित
“समय-ईश्व़र-ब्रह्मांड, महायोग ज्ञान है।
इसमें आत्म-उत्थान, सबका कल्याण है।।”
– कवि संदीप कपूर वक़्तनाम
मैन ऑफ़ टाइम-विश्व़ सुरक्षा अभियान..अंतर्राष्ट्रीय सदभावना मंच के तत्वावधान में 142 वॉं आयोजन : अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस समारोह-2025 सांस्कृतिक-आध्यात्मिक कार्यक्रम : योग दर्शन : सेमिनार-कवि सम्मेलन और सम्मान समारोह संस्थापक-अध्यक्ष कवि संदीप कपूर वक़्तनाम की अध्यक्षता में किया गया। प्रेरणा-शक्त़ि अध्यापिका मंजु कपूर को स्मरण कर उन्होंने 21 जून शाम 07 बजे अंतर्राष्ट्रीय पटल गूगल मीट पर “जय भारत – जय जगत” उदघोष.. गुरु वंदना और योग-गीत से कार्यक्रम का शुभारम्भ किया-
“योग्य बनकर योग करें और बनें युग का आधार।
अटके-भटके हुए जनों का मिलकर करें उद्धार। योगी वीर बनें – कर्मयोगी।।” और “दुनिया में हों खुशियाॅं कहीं भी ना ग़म…वसुधैव कुटुम्बकम – वन्दे मातरम्” गाकर सभी को आध्यात्मिक आनन्द में सराबोर कर दिया। वैदिक मंत्रोच्चार चिन्मय वर्मा और अनुकल्प वर्मा ने किया।
कार्यक्रम में विशेष शुभाकांक्षी अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष न्यूयॉर्क अमेरिका से डॉ० विजय कुमार मेहता, दिग्दर्शक साहित्यकार कवि वरुण कुमार राय, उदघाटनकर्ता विवेकानंद केंद्र कन्या कुमारी के प्रकल्प संगठक हिन्दी प्रकाशन विभाग जोधपुर राजस्थान से शिवपूजन सिंह, मुख्य अतिथि विवेकानंद केंद्र कन्या कुमारी के प्रांत अमृत परिवार सह साहित्य सेवा प्रमुख बिहार-झारखण्ड डॉ० विजय कुमार वर्मा, अति विशिष्ट अतिथि रेल मंत्रालय भारत सरकार एडीआरएम मालदा शिवकुमार प्रसाद, डॉ० नरेंद्र मल्होत्रा आगरा, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद बांका जिला प्रमुख प्रदीप कुमार झा, विशिष्ट अतिथि सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार दूरदर्शन केन्द्र पटना के कार्यक्रम अधिशासी कौशल किशोर मिश्रा, ऑल इंडिया रेडियो आकाशवाणी कोलकाता से ई० हरेंद्र बहादुर श्रीवास्तव, ऑल रिपोर्टर्स यूनियन ऑफ़ नेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह जगदूत न्यूज़ एजेंसी के मुख्य सम्पादक वरिष्ठ पत्रकार अरुण कुमार वर्मा, महासचिव समाजसेवी संध्या कपूर, संरक्षक वरिष्ठ अधिवक्त़ा शैलेन्द्र नाथ कपूर, अध्यापक ब्रजेश कु० प्रसाद गौरव, ई०अजीत कुमार सिंह, कार्यक्रम निर्देशक डॉ० कृष्णा सिंह और राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रोफेसर डॉ० तृप्ति कुमारी तान्या ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस-2025 पर सभी को शुभकामनाएं दी।
“योग दर्शन” पर सेमिनार में कवि संदीप कपूर वक़्तनाम ने कहा कि “सम्पूर्ण ब्रह्मांड एक लय में योगमय है, किन्तु इस शाश्व़त-सत्य गूढ़-ज्ञान से विमुख अंधकार और अहंकार में लोग अपनों से दूर हैं..वर्तमान संक्रमण-काल में मानव को मानव से जोड़ना सबसे बड़ा योग है।” डॉ० विजय कुमार मेहता ने कहा-“मैन ऑफ़ टाइम द्वारा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस समारोह-2025 में सभी को मेरी हार्दिक शुभकामनाएं.. हमें शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य लाभ के लिए नियमित रूप से योग करना चाहिए।” अध्यापक ब्रजेश कु० प्रसाद गौरव ने कहा-“हमारा देश भारत फिर से ऊर्जावान हो, सभी स्वस्थ रहें एवं आपसी भाईचारे को बनाए रखें।” वरिष्ठ पत्रकार कवि अभय कुमार ने कहा-“अंतर्राष्ट्रीय सदभावना मंच के सभी साथियों को योग दिवस पर शुभकामनाएं और बधाई, योग करिए और सदा निरोग एवं स्वस्थ रहिए।” कवि वरुण कुमार राय ने कहा-“योग के आदि वक्त़ा हिरण्यगर्भ हैं और सांख्य के आदि वक्त़ा ऋषि कपिल हैं, फिर ऋषि पतंजलि ने योग पर सूत्र लिखे।” डॉ० विजय कुमार वर्मा ने कहा-“स्वामी विवेकानंद के अनुसार प्रत्येक आत्मा अव्यक्त़ ब्रह्म है,आत्मा से परमात्मा तक विकास में चार मार्ग हैं- ज्ञान योग, भक्त़ि योग, कर्म योग और राज योग।” डॉ० नरेंद्र मल्होत्रा ने कहा-“आइये, योग को अपनाएं और स्वस्थ भारत – सुखी भारत बनाएं।” ई० हरेंद्र बहादुर श्रीवास्तव ने कहा-“तन-मन से स्वस्थ रहने के लिए हम सब योग करें।” शिवपूजन सिंह ने कहा-11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर हम भारत की ऋषि परंपरा योग पर गर्व करते हैं, भारत ने योग के द्वारा आत्मकल्याण से विश्व़ कल्याण का मार्ग प्रशस्त किया है”, प्रदीप कुमार झा ने कहा-“भारत के प्रधानमंत्री माननीय नरेन्द्र मोदी ने काल खंड में धूमिल योग परंपरा को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का रूप प्रदान किया है।”
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस समारोह-2025 में वरिष्ठ पत्रकार कवि सुनील कुमार की कविता ने प्रेरणा दिया- “आओ मिलकर संकल्प करें, हर दिन योग का अभ्यास करें। स्वस्थ, सुखी, सजग बने जीवन, योग से उज्ज्वल हर क्षण करें।।” शिक्षक ब्रजेश कु० प्रसाद गौरव ने अपनी कविता सुनाकर भावविभोर कर दिया-“हम सबने मिलकर ठाना है, भारत को रोग मुक्त़ बनाना है”, कवि वरुण कुमार राय-“मेरी कविता भविष्य की कविता है बाद में रंग लाएगी, नयी-नयी है अभी लोगों को समझ नहीं आएगी।”, डॉ० कृष्णा सिंह- “तन-मन से सब स्वस्थ रहेंगे..मिट जाएंगे सारे शोक, जन-जीवन की सब पीर मिटेगी..मिलजुल करेंगे योग।”, प्रो०डॉ० तृप्ति कुमारी तान्या-“योग से रोग मिटेंगे..स्वस्थ शरीर सर्वश्रेष्ठ है साधन..आओ योग करें हम..तन-मन को निरोग करें हम।” स्वागताध्यक्ष कवि हृदय नारायण सिंह-“लोग करो योग..योग करे निरोग, तो तन को भोग, अर्पण हो कर्मयोग और उपासना योग।” कार्यक्रम अधिकारी कवि शम्भु शरण शरणागत-“ओम नाम के हीरे-मोती मैं बिखराऊॅं गली-गली” कवि सम्मेलन में सभी ने अपने शानदार गीत-कविता से लोगों को आनंदित और प्रेरित किया।
विश्व़ांगी कपूर, चिन्मय वर्मा, अनुकल्प वर्मा ने चित्र-कला, गायन और क्विज़ (प्रश्ऩोत्तरी में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। सम्मान समारोह में कलाकार-प्रबुद्ध कवि-साहित्यकार-पत्रकार और समाजसेवी बंधुओं को उत्कृष्ट योगदान के लिए “अमृत योग रत्न-2025” प्रशस्ति-पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। आयोजन को सफल बनाने में कवयित्री ब्राह्मी कपूर सहित सभी सदस्यों ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। डॉ० कृष्णा सिंह द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ ही कार्यक्रम का समापन हुआ।