पटना. बिहार में शराबबंदी कानून 2016 से लागू है. इसको और अधिक सख्ती से पालन करवाने के लिए पिछले साल यानी वर्ष 2021 में 16 नवंबर को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में एक मैराथन बैठक हुई थी. इसमें मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को कई तरह के सख्त निर्देश दिए थे. सीएम नीतीश ने राजधानी पटना में शराब की होम डिलीवरी को लेकर चिंता जाहिर करते हुए कहा था कि राजधानी में होम डिलीवरी पर अंकुश लगाया जाना चाहिए. लेकिन, हैरानी की बात है कि बावजूद इसके राजधानी पटना में शराब का सेवन करने वाले और होम डिलीवरी करने वाले अपनी करतूतों से बाज नहीं आ रहे. ताजा मामला पत्रकार नगर थाना क्षेत्र का है जहां पर पुलिस ने शराब पीने के आरोप में एक बैंक मैनेजर, एक कोचिंग संचालक और रेलवे कर्मचारी को गिरफ्तार किया है.
बताया जा रहा है कि ये सभी लोग नशे में धुत थे और जब ब्रेथ एनेलाइजर से इसकी जांच करवाई गई तब सभी मे शराब पीने की पुष्टि हुई. यही नहीं पुलिस ने दो ऐसे होम डिलीवरी बॉय को गिरफ्तार किया है जो पिछले कई महीनों से देर रात शराब की होम डिलीवरी के धंधे में लगे हुए थे. इन दोनों से पूछताछ के आधार पर पुलिस ने एक सिंडिकेट का भी पता लगाया है पुलिस इस सिंडिकेट सदस्यों के बारे में और भी गहराई से पता लगाने में जुट गई है.
मिली जानकारी के अनुसार यह सिंडिकेट राजधानी पटना में बड़े पैमाने पर शराब की तस्करी और बेचने के धंधे में लगा हुआ है. फिलहाल पुलिस इस सिंडिकेट के सभी सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है. मगर यह तो जाहिर है कि तमाम सख्तियों व पाबंदियों के बाद भी शराबबंदी कानून का लोगों में डर नहीं है. जानकार इसके लिए स्थानीय पुलिस को जिम्मेदार मानते हैं क्योंकि इनकी जानकारी के शराब का अवैध कारोबार संभव नहीं हो सकता.
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FIRST PUBLISHED : May 05, 2022, 11:59 IST