जेएनए/रितेश राज वर्मा
पटना। शिक्षा विभाग, बिहार सरकार द्वारा निपुण बालमंच ई-पत्रिका का तीसरा अंक जारी किया गया है। इस त्रैमासिक पत्रिका में राज्यभर के शिक्षकों और विद्यार्थियों की रचनात्मक अभिव्यक्तियों को स्थान दिया गया है। नवसृजित प्राथमिक विद्यालय खुटौना यादव टोला, पताही, पूर्वी चंपारण के शिक्षक मृत्युंजय कुमार — जो देश की सबसे बड़ी प्रोफेशनल लर्निंग कम्युनिटी “टीचर्स ऑफ बिहार” के प्रदेश मीडिया संयोजक भी हैं — की स्वरचित काव्य रचनाएँ “स्कूल चले हम” एवं “आओ खेलें खेल” को इस अंक में प्रकाशित किया गया है।
निपुण बालमंच ई-पत्रिका शिक्षा विभाग की एक नवाचारी पहल है, जिसका उद्देश्य बच्चों और शिक्षकों में रचनात्मकता, लेखन व अभिव्यक्ति के कौशल को प्रोत्साहन देना है। पत्रिका के संपादकीय संदेश में बच्चों से कहा गया है— “प्यारे बच्चों! कल्पना की दुनिया में खो जाइए! बालमंच का तीसरा अंक आपके सामने है, जिसमें मज़ेदार कहानियाँ, कविताएँ और गतिविधियों का खजाना है। आपकी लिखी कहानियाँ, आपकी पेंटिंग्स और भी बहुत कुछ… तो पढ़िए, सीखिए और आनंद लीजिए , इस अवसर पर शिक्षक मृत्युंजय कुमार ने कहा— “शिक्षा विभाग द्वारा चलाई जा रही ‘निपुण बालमंच’ जैसी पहल शिक्षकों और विद्यार्थियों दोनों के लिए प्रेरणादायी है। मेरी कविताओं को इसमें स्थान मिलना न केवल व्यक्तिगत सम्मान है, बल्कि यह सभी शिक्षकों के लिए एक संदेश है कि हम अपने शब्दों और विचारों से बच्चों के मन में सृजनात्मक ऊर्जा भर सकते हैं।
शिक्षा विभाग की ई-पत्रिका में शिक्षक मृत्युंजय की कविता प्रकाशित
सम्बंधित खबरें
नई खबरें