जगदूत न्यूज खगड़िया बिहार से ब्रजेश विभु कि रिपोर्ट खगड़िया भारतीय नाई समाज जिला कमिटी द्वारा सदर प्रखंड अंतर्गत त्रिभुवन टोला, धुसमुरी विशनपुर निवासी स्वर्गीय सुखदेव ठाकुर की धर्मपत्नी झाखों देवी की 23 जुलाई को मृतो उपरांत उनकी आत्मा की शांति हेतु रविवार की संध्या में उनके आवास पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन कर श्रद्धांजलि दी गई एवं शोक सभा का आयोजन कर शोक प्रकट की गई। कार्यक्रम में भारतीय नाई समाज के पूर्व जिला अध्यक्ष सह विधि सलाहकार योगेश ठाकुर, जिला अध्यक्ष श्रवण ठाकुर, पूर्व जिला उपाध्यक्ष कालेश्वर ठाकुर, जिला उपाध्यक्ष रामजी ठाकुर, जिला सचिव सह प्रांतीय मीडिया प्रभारी पाण्डव कुमार, जिला कार्यकारी सदस्य मुकेश कुमार, युवा जिला अध्यक्ष राकेश कुमार रौशन ,मृतक के 6 पुत्र उमेश ठाकुर, नंदकिशोर ठाकुर, लक्ष्मी ठाकुर, अशोक ठाकुर, अवधेश ठाकुर, रविश ठाकुर सहित अरविन्द ठाकुर, अमरजीत कुमार, अवधेश ठाकुर, नंदकिशोर ठाकुर, पशुपति ठाकुर, दिलीप ठाकुर, उपेंद्र ठाकुर, अभिमन्यु कुमार ठाकुर, सुरेंद्र ठाकुर, बैजू ठाकुर, मनोज ठाकुर, धुरन ठाकुर, केदार ठाकुर, कपिलदेव ठाकुर आदि दर्जनों नाई परिवार व ग्रामीणों द्वारा संयुक्त रूप से स्वर्गीय झाखों देवी के तैलीय चित्र पर माल्यार्पण व पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि देते हुए 2 मिनट का मौन धारण कर शोक प्रकट की गई ।मौके पर पूर्व जिला अध्यक्ष योगेश ठाकुर ने कहा स्वर्गीय सुखदेव ठाकुर सामजिक व्यक्ति थे वे संगठन के साथ मिलकर नाई समाज के विकास के लिए कार्य करते ही थे अन्य सामजिक कार्य में भी वे अहम भूमिका निभाते थे। उनके कंधे से कंधा मिलाकर उनकी धर्मपत्नी स्वर्गीय झाखों देवी हमेशा उनका साथ देती थी। स्वर्गीय सुखदेव ठाकुर व उनकी धर्म पत्नी स्वर्गीय झाखों देवी के गुजरने से नाई समाज के परिवार को उनकी कमी हमेशा महसूस होगी।जिला अध्यक्ष श्रवण ठाकुर ने कहा जन्म मरण तो ईश्वर की देन है लेकिन समाज में रहकर समाज के लिए जो करते है वे मरणोपरांत अमर हो जाते है वे हमेशा सब के दिलो में जीवीत रहते है । स्वर्गीय सुखदेव ठाकुर व उनकी धर्म पत्नी स्वर्गीय झाखों देवी के गुजरने से उनकी कमी नाई समाज को व जिला कमिटी को हमेशा रहेगी। उन्होंने उनके पुत्रो से कमिटी से मिलकर उनकी कमी को पुरा करने की अपील किया गया।पूर्व जिला उपाध्यक्ष कालेश्वर ठाकुर ने कहा किसी ग्राम व शहर मे सुख या दुःख में किसी प्रयोजन या कार्यक्रम का आयोजन करने का उद्देश्य ही रहता है की अपने दूर दूर के रिश्तेदारों, ग्रामीणों से मिलन व एक साथ बैठकर अपने समाज के विकास पर चर्चा करना। क्युकी वर्तमान समय में लोग इतना व्यस्त है की वे एक दूसरे को समय नही दे पाते इसलिए इस प्रकार के कार्यक्रम में उपस्थित होकर वे अपने परिवार व समाज से मिलने का अवसर प्राप्त करते है ।
स्वर्गीय झाको देवी को भारतीय नाई समाज कमिटी द्वारा दी गई श्रद्धांजलि
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