*बाबा साहब आधूनिक भारत के शिल्पकार थे:गुड्डू पासवान*
खगड़िया बलुआही स्थित अम्बेडकर भवन में भारतीय संविधान के जनक भारत रत्न बाबा साहब डॉ भीमराव अम्बेडकर की 68 वीं महापरिनिर्वाण दिवस मनायी गई ।जिसकी अध्यक्षता अम्बेडकर भवन निर्माण समिति के अध्यक्ष कुमार भानू प्रताप उर्फ गुड्डू पासवान ने की।जबकि मंच संचालन समिति के मीडिया प्रभारी आचार्य राकेश पासवान शास्त्री जी किया। सर्वप्रथम समिति के पदाधिकारियों व सामाजिक संगठन के कार्यकर्त्ताओं ने बाबा साहब के आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि अर्पित कर नमन किया और भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी ।मौके पर बाबा साहब अमर रहे, बाबा तेरे अरमानों को मंजिल तक पहुंचायेंगे व जय जय जय जय जय भीम जैसे गगनभेदी नारे लगाये गये। अपने अध्यक्षीय संबोधन में गुड्डू पासवान ने कहा कि बाबा साहब दुनियां के सर्वश्रेष्ठ कानूनविद और विद्वान थे, जिन्होंने भारतीय संविधान निर्माण कर देश वासियों को अधिकारपूर्ण जिंदगी जीने और राष्ट्र के विकास के लिए बेहतर कानून दिया।वे सही मायने आधुनिक भारत के शिल्पकार थे। वहीं संरक्षक रामलखन प्रसाद पासवान तथा मीडिया प्रभारी आचार्य राकेश पासवान शास्त्री व लोजपा के नेता रतन पासवान ने कहा कि बाबा साहब डॉ0 भीमराव अम्बेडकर न केवल मुवक्किलों के लिए वकालत की बल्कि राष्ट्र के नागरिकों के बीच समता समानता स्वतंत्रता और बंधुत्त्व के लोकतांत्रिक मूल्यों की भी जोरदार वकालत की।वे वास्तव में लोकतांत्रिक मूल्यों के रक्षक थे ।हमलोगों के हक अधिकार के लिए ढ़ाल के रूप में जो अधिकार संविधान में दिये हैं उसकी रक्षा की जरूरत है।उनके बताये मार्ग को अपना कर ही हम सबल सशक्त बन और विकास की ओर आगे बढ़ सकते हैं। इस अवसर पर सेवा निवृत शिक्षक सुखनन्दन पासवान,सचिव चन्द्रशेखर मंडल, शनिचर सदा,किरणदेव यादव, अबयज़ पासवान, मदन चौरसिया, धर्मेन्द्र कुमार सहनी,रामविलाश महतों, मुरली रविदास एवं सुनिल कुमार आदि गणमान्य लोगों ने बाबा साहब के विचारों व सिद्धांतो को अपने जीवन में आत्मसात करने का संकल्प दुहराया।